Saturday 30 July 2016

वाइट टाइगर की जंगल वापसी कब .!


क्या वाइट टाइगर की दहाड़ जंगल में फिर कभी गूंजेगी। जवाब है हाँ बस इस और कदम बढ़ चुके हैं और बस एक कदम की दूरी है। विश्व के 70 फीसद बाघ भारत में हैं। इनकी संख्या 4 हजार के करीब ही बची है।
वाइट टाइगर इन्ही टाइगर से अलग नहीं बस जीन्स की करामात से रंग बदल गया है। आज जितने भी वाइट टाइगर हैं वो रीवा महाराज मार्तंड सिंह के द्वारा जंगल से पकड़े गए एक वाइट टाइगर की सन्तान हैं।उन्होंने शिकार के दौरान एक सफेद शावक माँ के साथ देखा और बाद उसे पकड़ने में सफलता हासिल की। इसका नाम मोहन रखा गया। बाद मोहन की ब्रीडिंग सामान्य बाघिन से करायी। दो जनरेशन बाद सफेद शावक का जन्म हुआ।
आज मध्यप्रदेश में मुकुंदपुर में वाइट टाइगर सफ़ारी शुरू हो गयी है।
अगला कदम ये करना होगा, वाइट टाइगर को शिकार के लिये और अपने बचाव के तरीको से अवगत करके उसकी वापसी जंगल में फिर की जाए। इसके लिए मुकंदपुर के करीब सेंचुरी की मांग की खबरें आ रही है। इस तरफ केंद्र और राज्य सरकार की पहल जरूरी है। जंगल ने विश्व को अनुपम उपहार वाइट टाइगर दिया । अब हमारी पारी है की हम जंगल को उसका वाइट टाइगर और बढ़ा कर वापस करें।
( फोटो,गूगल बाबा,और कानन पेंडारी जू के प्रभारी टी आर जायसवाल से।)