Friday 23 May 2014

वनौषधि बच को बढ़ने की जरूरत


वन में दलदली इलाके के कम होने से गुणकारी वनौषधि बच [acorus calamus] को बढ़ाने-बचने की आवश्यकता बन गई है..! बच के राइजोम का तेल निकलता है.. दलदल में होने वाले बच से गैस्टिक, श्वास रोग, बदहजमी, दस्त हिस्टीरिया में अचूक औषधि बनती है, आर्युवेद में बच का महत्व अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी बताया गया है..!

ये फोटो अचानकमार टाइगर रिजर्वं के विस्थापित हो चुके गाँव जलदा की है,यहाँ बरसों पहले बच थोड़ा सा था,पर अब ये पूरे नाले में फ़ैल है,ऐसी कई जगह होंगी जहाँ बच के राइजोम इसे बढ़ने के लिए मिल जायेगे,,बस इसे निकाल कर दूजो नालों के दलदली किनारों में रोपित करना होगा,,बरसात तक ये अपने पाँव में खड़े हो जायेगे ..! जैव विविधता को बचने की और ये एक महत्वपूर्ण कदम होगा..! ये काम दूसरे प्रदेशों में भी वन विभाग कर सकता है,,!

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