'''बारिश के इन दिनों हिप्पो [हिप्पोपोटोमस] मुदित है,विशाल का नर 'गजनी' का परिवार टेंक के पानी में अटखेलियाँ करता है, जिसे बिलासपुर के कानन पेंडारी जू में जिज्ञासा से देखा जाता है.हिप्पो मूलतः अफ्रीकन है,पर ये नर-मादा दिल्ली के जू से लाये गए है, उनका एक बेटा भी जन्मा है..! ये बच्चा माँ सजनी ने पानी से बाहर कीचड़ में दिया और फिर एक दिन में वो पानी में चला गया ,,! इसका नाम रजनी दिया गया है ..!
हिप्पो करीब बारह फीट लम्बा,पांच फीट ऊँचा,चार टन भरी स्तनपायी, शाकाहारी जीव है, मुझे तो ये आसली भी लगा, पार्क के अधिकारी विश्वनाथ ठाकुर ने दूर हिप्पो गजनी कह कर बुलाया तो वो जमीं के नहीं आपितु पानी से तैर कर चला आया साथ उसका परिवार भी जानते थे खाने को कुछ मिलेगा,,! गर्मी के दिनों ये शाम पानी से बाहर आता या पानी में खेलता है, पर बारिश में ये अपने बाड़े में किनारे घास चरता है,,!
गर्मी के डर से पानी में रहने वाला ये जीव शांतिप्रिय है.धूप और ताप से इसके तन से वसा गुलाबी युक्त तरल बह निकालता है जो इन दिनों नहीं है..!
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