महुआ जंगल के आदिवासियों की जीविका का आधार है.,फूलों से मदिरा और फल से तेल प्राप्त होता है. गाँव की गाय महुआ न खा जाये इस लिए महुआ बीनने आदिवासी महिलाएं तड़के जंगल की और रुख करती हैं.दोपहर का भोजन जंगल में होता है, साथ बहादुर कुत्ता होता भी होता है, जो भालू से भी लड़ के अपने मालिक की जान बचाने का माद्दा रखता है..!
चैत्र माह का वैदिक नाम ही है मधु (महुए का?) मास.
ReplyDeleteBadhiya posgt..... Mahuaa par 1 Post mene bhi likhi thi. http://lalitdotcom.blogspot.in/2012/03/blog-post_03.html
ReplyDeleteप्राण चड्ढाजी , नमस्कार सर क्या महुए का जो फोटो आपने डाला है वो आपका स्वयम का खींचा हुआ है ,यदि एसा है तो क्या मैं अपनी पुस्तक शौध ग्रन्थ में आपके नाम के साथ इसको ले सकती हूँ अनुमति प्रदान करे और यदि आपके पास और भी फोटो है तो प्लीज महुए पर मेरा शौध प्रकशन के लिए तैयार है अच्छे फोटो ग्राफ चाहिए आप stswatitiwari@ gmail.com पर अनुमति और कुछ फोटो दे सकते है क्या प्लीज
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