अभाव में जीते बैगा बस्ती, कुछ घर जहाँ न बिजली है न पेयजल की कोई सुविधा ,कृषि युग के आसपास सभ्यता का पड़ाव डाले गावं लमनी का ये हिस्सा ,ये बैगा बाहुल्य गाँव है, बैगा अत्यंत पिछड़ी जनजाति है इसके विकास की लिए परियोजना चलाई जा रही है ,पर बैगा अभी समाज की मुख्य धारा से नहीं जुड़ सके हैं.
आपको ब्लॉग पर देख कर प्रसन्नता हुई।
ReplyDeleteहुण मजा आऊगा ब्लॉगिंग दा।
डॉ खेड़ा के प्रयास जरूर कुछ बेहतर फर्क लाएंगे.
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